अस्वस्थ जीवनशैली, बढ़ता प्रदूषण व पोषण की कमी से युवाओं में बाल झड़ने- गंजेपन की समस्या बढ़ी है। एम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर साल करीब 60 लाख लोग हेयर फॉल की शिकायत करते हैं। सोशल मीडिया पर ‘परफेक्ट लुक’ का दबाव हावी है। हेयर ट्रांसप्लांट के चलते हाल ही लोगों की जान गई है। ऐसे में सेफ्टी के साथ आयुर्वेद पर भी विचार कर सकते हैं।
कैसे होता हेयर ट्रांसप्लांट?
यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें सिर के एक हिस्से से हेल्दी बालों के रूट्स निकालकर गंजे या पतले बालों वाले हिस्से में प्रत्यारोपित किए जाते हैं। फॉलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT) तकनीक में सिर के पीछे से स्किन से एक स्ट्रिप, वहीं फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) में एक-एक करके बालों की जड़ निकालते हैं।
कितना खतरनाक है यह?
जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक सर्जरी की 2025 में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट में निगेटिव केसेज की दर भले ही 4.7 फीसदी है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर और जानलेवा हो सकता है। इस स्टडी में 2,896 मरीजों के डेटा का अध्ययन किया गया, कुछ मरीजों में सर्जरी के बाद गंभीर इंफेक्शन, एलर्जिक आदि समस्या आई । 4.7 प्रतिशत है, हेयर ट्रांसप्लांट में निगेटिव केसेज की दर, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर और जानलेवा हो सकता है।
ट्रांसप्लांट से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- 1 जब भी हेयर ट्रांसप्लांट करवाने जाए तो प्लास्टिक सर्जन या प्रशिक्षित सर्जन से ही मिलें।
- 2 सर्जन वहां पूर्णकालिक कार्य करने प्लास्टिक सर्जन या हेयर ट्रांसप्लांट वाले हों, केवल पार्ट टाइम नहीं हों।
- 3 हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी में एनेस्थीसिया के समय एनेस्थेटिस्ट डॉक्टर उपस्थित होना चाहिए।
- 4 इमरजेंसी होने पर बेहोशी वाली मशीन हो, अस्पताल की सुविधा हो या पास में किसी बड़े अस्पताल से संबंध होना चाहिए। स्टेरिलाइजेशन की अच्छी सुविधा हो।
- 5 ऑपरेशन के बाद आपका संवाद और बातचीत सीधे प्लास्टिक सर्जन (ऑपरेटिंग सर्जन) से होना चाहिए। सर्जन तुरंत समस्या पहचान लेते हैं।
- 6 अगर आप सजग रहेंगे और केवल सोशल मीडिया और सस्ते के चक्कर में नहीं फंसेंगे तो सर्जरी के बाद कॉम्प्लिकेशन को कम कर सकते हैं।
- जर्नल ऑफ कॉस्टमेटिक सर्जरी की 2025 में पब्लिश एक स्टडी के अनुसार किन लोगों के लिए ट्रांसप्लांट खतरनाक?
- डायबिटीज के मरीजों में घाव भरने की प्रक्रिया धीमी होती है, जिसके कारण सर्जरी के बाद इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
- हार्ट डिजीज से जूझ रहे लोगों के लिए भी हेयर ट्रांसप्लांट सावधानी के साथ और कार्डियोलॉजिस्ट की देखरेख में ही करवाना चाहिए। दरअसल, ट्रांसप्लांट के दौरान दिए जाने वाले एनेस्थीसिया और एंटीबायोटिक दवाओं से एलर्जी हो सकती है। यह रिएक्शन एनाफिलैक्सिस (जानलेवा एलर्जी) का रूप ले सकता है।
ट्रांसप्लांट के बाद इनका रखें ध्यान
- सर्जरी के कुछ दिन बाद तक सीधा सोएं, करवट न लें।
- पहली पट्टी क्लिनिक जाकर हटवाएं।
- बालों पर केवल ऊपर से नॉर्मल सेलाइन का स्प्रे करें।
- बाहर जाते समय सर्जरी टोपी पहनें। हेलमेट, नॉर्मल कैप 10-15 दिन बाद पहनें।
- बाल धोते समय ऊपर से शैंपू का पानी या साफ पानी ही डालें, बालों के हाथ न लगाएं। डॉक्टर की सभी सलाह मानें।
Safety Protocols Before Hair Transplant: कितना खतरनाक है हेयर ट्रांसप्लांट।
उज्जैनवाणी खबर आपकी
[…] […]