भोपाल. टोमैटो फ्लू ( Tomato Flu )या हैंड-फुट- माउथ डिजीज का संक्रमण फिर भोपाल में बढ़ने लगा है। हमीदिया अस्पताल ( Hamidia Hospital
Bhopal ) की बाल रोग ओपीडी में हर दिन आने वाले प्रत्येक 10 में से एक बच्चा इस संक्रमण से ग्रसित है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टिक्कस, ने बताया कि उनकी ओपीडी में उपचार के लिए प्रतिदिन लगभग 45 से 50 बच्चे आते हैं। इनमें से चार से पांच बच्चे ऐसे होते हैं, जिनमें बुखार के साथ हथेलियों, तलवों और मुंह लाल चकत्ते दिखाई देते हैं।
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तेज बुखार से होती बीमारी की शुरुआत
यह बीमारी कॉक्ससैकी वायरस और एंटीवायरस से होती है। आमतौर पर इसे हैंड-फुट-माउथ डिजीज कहा जाता है। शरीर पर पाए जाने वाले लाल दानों की बनावट लाल टमाटर जैसी होती है। इसे टोमैटो फ्लू भी कहा जाता है। डॉ. टिक्कस ने बताया कहा जाता है। डॉ. टिक्कस ने बताया कि बीमारी की शुरुआत तेज बुखार से होती है। तीन से चार दिन बाद हथेलियों, पैरों के तलवों और मुंह के अंदर-बाहर लाल चकत्ते उभर जाते हैं। पहले यह संक्रमण सिर्फ 10 वर्ष के बच्चों को होती थी. लेकिन अब 13 से 14 वर्ष के किशोरों में भी इसके लक्षण पाए जा रहे हैं। सिरदर्द, गले में खराश, कमजोरी, भूख में कमी, जीभ और गाल के अंदर छाले पड़ना इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं।

ये सावधानी रखें
शुरुआती लक्षण नजर आते ही डॉक्टर से संपर्क करें। भीडभाड से बचाव और आइसोलेशन से संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है।
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छींकने से फैलता है
टोमैटो बीमारी के वायरस एक बच्चे से दूसरे बच्चे में तेजी से फैलते हैं। पीड़ित बच्चों के खांसने और छींकने पर इस बीमारी के वायरस तेजी से अन्य बच्चों को अपने गिरफ्त में ले लेते हैं। डॉक्टरों ने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों में ये लक्षण दिकाई देने पर उन्हें स्कूल नहीं भेजें और घर में अलग रखकर आराम कराएं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और तरल पदार्थ अधिक दें।
Tomato Flu Virus in Kids: बच्चों की सेहत पर टोमैटो फ्लू का अटैक
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