उज्जैन। बेगमबाग में उज्जैन विकास प्राधिकरण ने जिस प्रकार से दो मकानों को तोड़ दिया, उसके बाद मुस्लिम समाज बेहद नाराज है, बीते शुक्रवार शनिवार की रात बेचैनी में गुजरी, रात 2 बजे मस्जिद से अजान हुई जिसका संकेत यह है कि समाज पर संकट के बादल छा गए हैं। इसके बाद शनिवार को 12 बजे जमायत खाने में गोपनीय मीटिंग की गई।
शुक्रवार को विकास प्राधिकरण ने लीज निरस्त हुए जिन दो मकानों को जेसीबी से तोड़ा वहां मालिकाना हक का अपना बोर्ड भी ठोक दिया। अब यह संपत्ति विकास प्राधिकरण ने अपने कब्जे में ले ली है। नवभारत से चर्चा में मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि यह बात सही है की जमात खाने में हमने मीटिंग की है। बावजूद इसके हम किसी नतीजे पर अभी नहीं पहुंचे हैं, जब कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा तो अवगत कराया जाएगा कि हम आगे क्या करने वाले हैं। मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि अभी हम बेहद गमजदा है। हमको नहीं पता कि आखिर जिला प्रशासन, विकास प्राधिकरण हमसे क्या चाहता है, जो मकानात हमारे तोड़े गए हैं, उनका काफी नुकसान हो चुका है। लाखों रुपयों का लोन चल रहा था। होटल शुरू ही नहीं हुआ था, उसके पहले ही तोड़ दिया गया, लीज भी निरस्त कर दी गई है। ऐसे में समझ में नहीं आ रहा कि क्या किया जाए। हम एक-दो दिन में निर्णय लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी अपनी बात रखेंगे। जिन लोगों के मकान शुक्रवार को विकास प्राधिकरण द्वारा नगर निगम व पुलिस और प्रशासन के माध्यम से तोड़ दिए गए हैं उन्होंने कहा कि जिन बैंकों से हमारा लोन चल रहा है उनको भी हमने फोन लगाया संपत्ति पूरी खत्म हो गई है। सामान भी हमें नहीं निकालने दिया गया। हमारा बहुत नुकसान हो चुका है ऐसे में अब बैंक का हमारी क्या मदद कर सकती है क्योंकि लोन चुकाने की तो अब हमारी स्थिति नही रही।
प्राधिकरण ने 28 संपत्तियों की लीज निरस्त की
विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि 28 संपत्तियों की लीज निरस्त की है जिन-जिन मकानों पर स्टे है या कोर्ट से वे लोग के हार गए हैं उन पर भी कार्रवाई तो की ही जाना है। आज नहीं तो कल ऐसे आधा दर्जन और मकानों को कब्जे में लिया जाएगा हाल फिलहाल आधा दर्जन मकानो को सूचीबद्ध किया जा रहा है। शनिवार को गोपनीय बैठक जो जमात खाने में हुई उसमें शहर काजी खलीकुर्रहमान भी शामिल हुए। साथ ही समाज के अन्य लोग भी यहां मौजूद रहे। मीटिंग में क्या निर्णय लिया गया इसे अभी गोपनीय रखा गया है। लोगों ने यह जरूर बताया कि यूडीए व जिला प्रशासन हमारे साथ भेदभाव कर रहा है।
समानांतर एक ओर ब्रिज बनाया जाना है
एमपीआरडीसी ने बताया कि इंदौर से उज्जैन तक जो सिक्स लाइन बनाया जा रहा है। वह आगे हरि फाटक ब्रिज से चलकर नीलकंठ द्वार तक जाएगा। साथ ही हरि फाटक ब्रिज के समानांतर एक और ब्रिज बनाया जा रहा है। वह भी सिक्स लेन होगा। साथ ही सड़क के दोनों छोर पर सर्विस रोड भी बनाए जाएंगे। यही कारण है कि नवभारत में यह समाचार प्रकाशित होने के बाद बेगम बाग के रहवासी भयंकर तौर पर डर गए हैं। उन्हें लग रहा है कि जब सिक्स लेन और ब्रिज दोनों बेगमबाग से निकलकर नीलकंठ मार्ग तक जाएंगे तो जाहिर है कि मकानात बड़ी संख्या में टूटेंगे, यही कारण है की जमात खाने में मुस्लिम समाज ने गोपनी मीटिंग रखी।
Ujjain Begam bag Encroachment News: उज्जैन जमायत खाने में गोपनीय मीटिंग
उज्जैनवाणी खबर आपकी